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● *साइबर बचाव : अनजान व्यक्ति कॉल कर किसी केस में फंसाने या लुभावने स्कीम बताने पर ना दें ध्यान*…. ● *साइबर ठगी : दरोगापारा के व्यक्ति ने अनजान कॉलर की बात में आकर डर से 12 लाख 36 हजार रूपये किया ट्रांसफर, ठगी का अभास होने पर पहुंचा साइबर सेल*….. ● *तत्परता : साइबर सेल ने तत्काल पीड़ित के 5 लाख रूपये कराया होल्ड*…..


*20 मार्च, रायगढ़* । कल दिनांक 19.03.2024 को गुजराती मोहल्ला दरोगापारा वार्ड नंबर 18 रायगढ़ में रहने वाले अरविंद कुमार कुण्डू पिता श्री के.जी. कुण्डू (उम्र 63 वर्ष) द्वारा थाना कोतवाली में ऑनलाइन ठगी के संबंध में आवेदन दिया गया जिसके अनुसार दिनांक 16.03.2024 (शनिवार) को अरविंद कुण्डू के मोबाईल पर मोबाईल नंबर 994110XXX से अज्ञात कॉलर कॉल कर अपना नाम श्रुतिका रवीश तथा स्वयं को मुंबई पुलिस क्राईम ब्रांच का अधिकारी बता कर बोला कि अरविंद कुमार कुण्डू के मोबाइल नंबर और आधार कार्ड का उपयोग करके एक पार्सल मुंबई से ताईवान भेजी जा रही है जिसमें पासपोर्ट, बैंक क्रेडिट कार्ड, कपडा, एक लैपटप तथा 200 gm. MDMA है । कॉलर ने आगे बताया कि यदि यह आपके द्वारा नहीं भेजी जा रही है तो इसकी सूचना तुरंत मुंबई पुलिस को दी जानी चाहिए थी । इसके कुछ ही समय बाद फिर दो नये नंबर से अज्ञात व्यक्ति व्हाट्सअप कॉल किये जिन्होंने अपने व्हाटस डीपी में मुंबई क्राईम ब्रांच का फोटो/लोगो लगाये हुये थे जो अरविंद कुमार कुण्डू को मनी लांडरिंग और क्रिमीनल गतिविधि का केस बनाने की बात कहकर काफी डराये, धमकाये जिससे अरविंद कुमार कुण्डू ने अपने बैंक खातों (HDFC बैंक से ₹8,51,097 तथा ICICI बैंक से ₹3,85,144) से RTGS माध्यम से अज्ञात कॉलर को भेजा ।

पीड़ित अरविंद कुमार कुण्डू को बैंक डिटेल से ₹12,36,241/- की ठगी का अभास होने पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय शिकायत लेकर पहुंचा जिसे साइबर सेल भेजा गया, साइबर सेल द्वारा ऑनलाइन प्रोसेस कर पीड़ित के 5 लाख रूपये होल्ड कराया गया तथा पीड़ित के आवेदन पर थाना कोतवाली में अज्ञात आरोपी पर अप.क्र. 167/2024 धारा 420 आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है ।

रायगढ़ पुलिस अपील करती है कि इस प्रकार के अनजान नंबर से आये कॉल से सतर्क रहे किसी अनजान व्यक्ति के भयादोहन से ना डरें तथा लुभावना ऑफर में ना आवें । वर्तमान में इस प्रकार की ठगी की शिकायतें सामने आ रही है जिसमें साइबर ठग- क्राइम ब्रांच अफसर, कस्टम अधिकारी बनकर कॉल करते हैं वे व्यक्ति को उनके मोबाइल नंबर, आधार कार्ड का गलत उपयोग होने की गलत जानकरी देकर किसी केस में फंसाने की धमकी देते हैं और धोखाधड़ी कर अपने खातों में रूपये ट्रांसफर कराते है, अपनी बात सही साबित करने कई बार वें फर्जी लेटर/दस्तावेज व्हाट्सएप करते हैं । इस प्रकार की घटनाओं से बचें, तत्काल बिना किसी डर, भय के नजदीकी पुलिस थाना या साइबर सेल में संपर्क करें, जहां आपके शिकायत पर उचित कार्यवाही किया जावेगा, किसी भी अनजान व्यक्ति को कदापि रूपये ट्रांजैक्शन ना करें । सतर्क रहें, सुरक्षित रहें ।

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